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Tuesday, August 30, 2011

श्रीहरितालिका ( तीज, कजरी तीज ) आरती

|| श्री जानकीवल्लभो विजयते ||

!! श्रीहरितालिका ( तीज, कजरी तीज ) आरती !!
- ध्यानम् -
मन्दारमालाकुलितालकायै,           कपालमालांकितशेखराय  |
दिव्याम्बरायै  च दिगम्बराय , नमः शिवायै  च नमः शिवाय ||
- आरती -
जय     पार्वती       माता !    जय     पार्वती    माता |
ब्रह्मसनातन  देवी   शुभ    फल   की    दाता || जय ..
अलिकुल    पद्म    निवासिनि   निज    सेवक त्राता |
जगजीवन    जगदम्बा    हरिहर  गुणगाता || जय ..
सिंहजवाहन           साजै        लुकड़        रहे साथा |
देव - वधु  जहँ गावत निरत   करत ततथा || जय ..
सतयुग  रूप  शील अति सुन्दर  नाम सती माँ का |
हेमाञ्चल घर जन्मी सखियन   संग राता || जय ..
शुम्भ - निशुम्भ     विदारे     हेमाञ्चल     स्थाता |
सहसभुजा   तनु    धरके  चक्र लियो हाथा || जय ..
सृष्टिरूप   तुही      जननी    शिव    संग    रंगराता |
नन्दी    भृंगी    दीन वही   परयो मदमाता || जय ..
देवी     अरज     करत  हम    मन - चित्त   कूँलाता |
गावत दे - दे    ताली    मन में     रंग छाता || जय ..
श्रीपरताप   आरती   मैयाकी  जो   मन     से गाता |
स्वर्ग सुखी निज  रहता सुख सम्पत्ति पाता || जय ..
जय     पार्वती       माता !    जय     पार्वती    माता |
|| बोलो श्री पार्वतीपतये की जय ||

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