महामंत्र > हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे|हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे||

Saturday, May 30, 2009

तू एक बार आजा

|| श्री जानकीबल्लभो जयति ||

तू एक बार आजा

श्रीमती अनुराधा कौशिक
श्री धाम वृन्दाबन (भारत)

तू एक बार आजा, श्री धाम वृन्दाबन मे |
तू रंक हो या राजा, श्री धाम वृन्दाबन मे |
परिक्रमा एक लगा जा, श्री धाम वृन्दाबन मे||

सेवा तू सोहनी कर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
मेवा से झोली तू भर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
ब्रज रज का पान कर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे ||

श्री यमुना स्नान कर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
एक मंगला तू भी कर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
पग - पग श्री राधे रट ले, श्री धाम वृन्दाबन मे ||

उत्सब महान होते, श्री धाम वृन्दाबन मे |
सब पाप ताप मिटते, श्री धाम वृन्दाबन मे |
ब्रज रज को शीश धर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे ||

भक्ति के साथ गा ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
एक कुटिया तू छबा ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
पुण्य कोष को बढा ले, श्री धाम वृन्दाबन मे ||

संतों का संग तू कर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
खिचडी (माधुकरी) पा ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
भव सिन्धु पार हो ले, श्री धाम वृन्दाबन मे ||

मस्ती मे नाच गा ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
प्रिय प्यारे को रिझा ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
कुल का उद्धार कर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे ||

जीवन सफल तू कर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
ह्रदय युगल को धर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे |
गागर तू रस की भर ले, श्री धाम वृन्दाबन मे ||

जय श्री राधे