|| श्री जानकीबल्ल्भो जयति ||
पेटू भाई
शिवम् - शुभम कौशिक
श्री धाम वृन्दाबन (भारत)
बीस रोटियां खा जाता हूँ, सौ-सौ पान चबा जाता हूँ |
सात घडे पानी पीता हूँ, जिसके बल से मैं जीता हूँ |
लगता मेरा ऐसा पेट, जैसे हो बम्बई का गेट |
चार पाई पर जाता लेट, सब कहते है पेटू सेठ ||जय श्री राधे