महामंत्र > हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे|हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे||

Tuesday, February 18, 2025

आओ पुण्य कमाते हैं

आओ पुण्य कमाते हैं 
घर में कुम्भ मनाते हैं 
प्रेम अपनत्व आनंद की
त्रिवेणी में परिवार संग 
डूबकी लगाते हैं
क्या हुआ जो जा न पाए 
करने कुम्भ स्नान 
क्या हुआ जो लेना पाए 
संतो से आशीर्वाद 
आओ बुजुर्गों को शीश नवाते हैं 
घर में कुम्भ मनाते हैं 
आओ हम सब मिल 
आध्यात्मिक चिंतन करते हैं 
साथ बैठ कर सब संग 
भजन कीर्तन करते हैं 
दान पुण्य आज मिल करते हैं 
घर में कुम्भ मनाते है
गंगा सा पवित्र जब मन होगा 
यमुना सा हृदय में प्रेम होगा 
सरस्वती सा जब ज्ञान होगा 
इसी त्रिवेणी संगम से 
स्वयं का कल्याण होगा