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Friday, February 14, 2025

हम शिक्षक वेलेंटाइन मनाते

हम शिक्षक वेलेंटाइन मनाते, 
सोचों कैसा दीवाना ।
अहर्निश नहीं ध्यान हटाते,
कोमल दिल का खजाना ।

प्यार हमेशा बच्चों से कर ,
नफ़रत का नहीं जमाना ।
डेट भेंट का  मतलब यहां ,
समय पर आकर पढ़ाना ।

हाथ गुलाब नहीं पुस्तक रहता,
चाह राह सही दिखलाना ।
मिलते हैं जब प्रथम सुबह में,
गुड मॉर्निंग से सुहाना ।

पठन-पाठन नित्य एक साधना,
सदा प्रेम से सीखलाना ।
जाति धर्म नहीं उंच नीच का ,
सभी को लक्ष्य तक पहुंचाना ।

खेल-कूद गतिविधि कुछ भी,
मिलकर करते मस्ताना ।
क्या कुछ नित्य नया सीखाऊं,
यही सोच स्कूल आना ।
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                 - गोपाल पाठक