पितर चरण में नमन करें,ध्यान धरें दिन रात ।
कृपा दृष्टि हम पर करें,सिर पर धर दें हाथ ॥
ये कुटुम्ब है आपका,आपका है परिवार ।
आपके आशिर्वाद से,फले - फूले संसार ॥
भूल -चूक सब क्षमा करें,करें महर भरपूर ।
सुख सम्पति से घर भरें,कष्ट करें सब दूर ॥
आप हमारे हृदय में,आपकी हम संतान ।
आपके नाम से हैं जुड़ी,मेरी हर पहचान ॥
आपका ऋण भारी सदा,नहीं चुकाया जाय ।
सात जनम भी कम पड़े,वेद पुराण बताय;॥
हर दिन हर पल आपसे,माँगे ये वरदान ।
वंश बेलि बढती रहे,बढ़े मान सम्मान ॥
घर पैण्डे में आप बिराजें, ये ही अरज करें ।
कहत भक्त हम शरण आपके, निशदिन मेहर करें ॥
ll ॐ पितर पितराणी नमो नमः।।