महामंत्र > हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे|हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे||

Friday, February 23, 2024

मगही हमर मातृभाषा

मगही हमर मातृभाषा एकरे से हम सिखली ।
लईका से अब बड़ा होके असल जवानी पईली।।

मईया बाबुजी सबसे पहिले मगही भाषा बोलयलन ।
हिन्दी अउ अँगरेजी बोलिया सब मगहीये में सुनयलन ।।

स्कूलवा में भी मास्टर साहेब मगहीया में पढ़यलन ।
भले हिन्दी कितबबा में पढ़ मगही में समझयलन ।।

चॉक हई अँगरेजी लेकिन चॉकबा लाओ रे लईकन ।
डस्टर के डस्टरवा कहके अनुवाद असानी कयलन ।।

लोग सब पहिले मगही के गाँव गंवार बतयलन ।
एही से अभी भी कुछ अइसन हथ बोले में सरमयलन ।।

तनि जानल बड़कन भईया दीदी मगही भाषा ।
छोटकन के तू मत भड़काब पुरखन धरले आशा ।।

मगध क्षेत्र के मगही संस्कृति सब मिलकर बढ़ाब ।
देश विदेश में ई भाषा के नया रूप देखाब ।।
                    
                            गोपाल पाठक