किसने कहा नववर्ष है?
क्यों व्यर्थ करते हर्ष है?
है जन्म भारत में मिला।
ये पश्चिमी क्यों सिलसिला।
क्या अर्थ है इस बात में?
नववर्ष आधी रात में?
होने लगा अपकर्ष है
क्यों व्यर्थ करते हर्ष है?
अब शीत का भी शूल है।
मौसम नहीं अनुकूल है।
है अन्न खेतों में खड़ा।
यह कृषक चिंतित है बड़ा।
जब चल रहा संघर्ष है
क्यों व्यर्थ करते हर्ष है?
नववर्ष भारत का अहा!
वह चैत्र शुक्ला में रहा।
आती सुहानी प्रतिपदा।
धरती बने मंगल मुदा।
नववर्ष तब आदर्श है
क्यों व्यर्थ करते हर्ष है?
डॉ जी एल शर्मा