यमुना के री पाल बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
ब्रज चौरासी कोस बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
कुन्ड कुन्ड की सीढी बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
कमल कमल पर मधुकर बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
डाल डाल पर पक्षी बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
वृन्दावन ना वृक्षों बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
गोकुलिया नी गायां बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
कुन्ज कुन्ज वन उपवन बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
बृज भूमि ना रज कण बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
रास रमत या गोपी बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
श्री धेनु चराता ग्वाला बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
बाजां मा तबला मा बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
शहनाई तम्बूर में बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
नृत्य करती नारी बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
केसर के री क्यारी बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
आकाशे-पाताले बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
चौदह लोक ब्रह्माण्डे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
चन्द्र सरोवर चौको बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
पत्र पत्र शाखाएँ बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
आम नीम अरु जामुन बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
वनस्पति हरियाली बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
जतीपुरा ना लोग बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
मथुराजी ना चौबे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
गोवर्धन ना शिखरे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
गली गली गहवर वन बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
वेणु स्वर संगीत बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
कला करंता मोर बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
पुलिन कन्दरा मधुबन बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
श्री जमुना जी रे लहेरे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
आमा डालो कोयल बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
तुलसीजी नी क्यारी बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
सर्व जगत मा व्यापक बोले श्रीकृष्ण शरणं मम्:
विरही जन ना लिया बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
कृष्ण वियोगी आतुर बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
वल्लभी वैष्णव सर्वे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
मधुर वीणा वाजिन्तो बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
कुमुदिनी सरोवर मां बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
चन्द्र सूर्य आकाशे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
तारा गणना मंडल बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
अष्ट प्रहर आनन्दे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
रोम रोम व्याकुल थई बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
महामंत्र मन माहे बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
युगल चरण अनुरागी बोले श्री कृष्ण शरणं मम्:
श्री कृष्ण शरणं मम्: श्री कृष्ण शरणं मम्: ।