मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणो मैं।
सरकार तुम्हारे चरणों में मिलता है ।।
चाहे बैरी कुल संसार बने चाहे जीवन मौत का हार बने ।
पर मन ना डगमगाए मेरा हो रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
चाहे अग्नि में मुझे जलना हो चाहे कांटों पर मुझे चलना हो ।
चाहे छोड़ के देश निकलना हो रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में।।
चाहे संकट ने मुझे घेरा हो चाहे चारों ओर अंधेरा हो।
पर मन न डगमगाए मेरा हो रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में।।
जिहवा पर तेरा नाम रहा तेरी याद सुबह शाम रहे।
याद में अहो याम रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणो मैं।
सरकार आपके चरणों में मिलती है ।।
भजन कर्ता - श्री कुंजेश्वर मिश्र जी - पटना