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Saturday, May 30, 2009

श्री माँ गंगाजी की आरती


// श्री जानकीवल्लभो विजयते //

श्री माँ गंगाजी की आरती

संकलन
श्रीमती अनुराधा कौशिक
श्री धाम वृन्दाबन - भारत


ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता |
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ||
ॐ जय गंगे माता............................................ ||

चन्द्रसी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता |
शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता ||
ॐ जय गंगे माता............................. ||

पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता |
कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता ||
ॐ जय गंगे माता..................................... ||

एक बार जो प्राणी, शरण तेरी आता |
यम की त्रास मिटाकर, परमगति पाता ||
ॐ जय गंगे माता.................................. ||

आरति मातु तुम्हारी जो, नर नित गाता |
सेवक वही सहज में, मुक्ति को पाता ||
ॐ जय गंगे माता............................ ||

जय श्री राधे