// श्री जानकीवल्लभो विजयते //
श्री माँ गंगाजी की आरती
संकलन
श्रीमती अनुराधा कौशिक
श्री धाम वृन्दाबन - भारत
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता |
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ||
ॐ जय गंगे माता............................................ ||
चन्द्रसी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता |
शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता ||
ॐ जय गंगे माता............................. ||
पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता |
कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता ||
ॐ जय गंगे माता..................................... ||
एक बार जो प्राणी, शरण तेरी आता |
यम की त्रास मिटाकर, परमगति पाता ||
ॐ जय गंगे माता.................................. ||
आरति मातु तुम्हारी जो, नर नित गाता |
सेवक वही सहज में, मुक्ति को पाता ||
ॐ जय गंगे माता............................ ||
जय श्री राधे