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Saturday, June 28, 2025

समय नहीं है

बारह घंटे का सफ़र चार घंटे में सिमट गया, फिर भी आदमी कहता है -समय नहीं है
बारह लोगों का परिवार दो लोगों में सिमट गया, फिर भी आदमी कहता है-समय नहीं है
जो संदेश चार हफ़्ते में मिलता था, अब चार सेकंड में मिलता है, फिर भी आदमी कहता है - समय नहीं है
कभी दूर बैठे व्यक्ति का चेहरा देखने में एक साल लग जाता था, आज वह सेकंड में दिख जाता है फिर भी आदमी कहता है - समय नहीं है
घर के ऊपर-नीचे जाने में जो समय और मेहनत लगती थी, वह अब लिफ्ट से सेकंड में खत्म हो जाती है, फिर भी आदमी कहता है - समय नहीं है
जो आदमी पहले बैंक की कतार में घंटों खड़ा रहता था, अब वह अपने मोबाइल पर सेकंड में लेन-देन कर लेता है, फिर भी आदमी कहता है - समय नहीं है
स्वास्थ्य जांच जो पहले हफ़्तों में होती थी, अब घंटों में होती है, फिर भी आदमी कहता है -समय नहीं है
एक्टिवा चलाते समय एक हाथ में हैंडल और दूसरे में मोबाइल, क्योंकि उसे रुककर बात करनी होती है पर समय नहीं है
जब ट्रैफिक जाम होता है, तो हम दो लेन क्रॉस करके तीसरी लेन बना लेते हैं, क्योंकी किताब पढ़ने का समय नहीं है,माता-पिता को फोन करने का समय नहीं है, प्रकृति का आनंद लेने का समय नहीं है।
लेकिन -
आईपीएल के लिए समय है
नेटफ्लिक्स के लिए समय है
फालतू रील्स के लिए समय है
राजनीति पर चर्चा करने के लिए
समय है
लेकिन खुद के लिए समय नहीं है
दुनिया आसान हो गई है, गति बढ़ गई है,
तकनीक करीब आ गई है, दूरियां मिट गई हैं, सुविधाएं बढ़ गई हैं, अवसर बढ़ गए हैं
लेकिन इंसान ने समय नहीं है कहकर खुद को दूर कर लिया है।
चुपचाप बैठकर खुद से बात करने का,खुद को समझने का, या बस कुछ देर हंसने का समय नहीं है और फिर एक दिन समय यूँ ही बीत जाता है।
आखिरी पल में हमें एहसास होता है –
समय था
लेकिन हमारे पास समय नहीं है यह कहते-कहते मैं जीना भूल गया।
तो आज ही तय कर लो –
कुछ समय अपने लिए बचाओ, कुछ समय रिश्तों के लिए दो, कुछ समय मन के लिए जियो, शांति के लिए, जीवन के सार के लिए। क्योंकि समय नहीं है यह सच नहीं है।
यह बस एक आदत बन गई है और इसे बदलने की जरूरत है।