(शांति से पढ़ें, सोच से जीवन बदल सकता है)
1. ईश्वर हमारा भाग्य नहीं लिखते। हर कदम पर हमारे विचार, व्यवहार और कर्म ही हमारे भाग्य का निर्माण करते हैं।
2. अगर हमारी नीति (नैतिकता) सही है, तो हमारा नसीब कभी गलत नहीं हो सकता।
3. जब कोई व्यक्ति हम पर विश्वास करता है, वहीं हमारे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि होती है।
4. जो व्यक्ति दुःख सहता है, वह आगे चलकर सुखी हो सकता है, लेकिन जो दूसरों को दुःख देता है, वह कभी सच्चा सुख नहीं पा सकता।
5. इंसानियत पद या संपत्ति से नहीं, दिल से होती है। परमात्मा सिर्फ कर्म देखता है, वसीयत नहीं।
6. आप चाहे जितने भी बुद्धिमान क्यों न हों, किसी सरल और सच्चे व्यक्ति से छल करने पर जीवन बर्बाद हो सकता है।
7. प्राण छूटने के बाद शरीर श्मशान में जलता है, परंतु प्रेम छूटने के बाद इंसान भीतर से जलता है।
8. जीवन में जब स्वार्थ समाप्त हो जाता है और शरीर से प्राण – तब कोई किसी का इंतज़ार नहीं करता।
9. जो चाहता है वो पा लेता है – वो सफल हो सकता है, लेकिन जो मिला है उसमें प्रसन्न रहता है – वही वास्तव में सुखी होता है।
10. जब ईश्वर देता है, तो उत्तम देता है, जब नहीं देता – तो कुछ श्रेष्ठ पाने की राह देता है, और जब इंतज़ार करवाता है – तो चमत्कारी फल देता है।
11. हमारे पाँव हमें सिर्फ मंदिर तक ले जा सकते हैं,परंतु हमारा आचरण हमें परमात्मा तक पहुँचा सकता है।