चलो री सखी देख आये प्यारे रघुरईया
प्यारे रघुरईया हाँ बाजत बधाईयां
चलो री सखी देख आये प्यारे रघुरईया
१) राम लखन और भरत शत्रुघ्न सुन्दर चारों भैया
कौशल्या कैकयी सुमित्रा पुनि पुनि लेत बलइयां
चलो री सखी देख आये प्यारे रघुरईया
२) अति पुनीत मधु मॉस लगन ग्रह वार योग समदायिया
मध्य दिवस में प्रकट भये हैं सभी के सुख दईया
चलो री सखी देख आये प्यारे रघुरईया
३) सुन दशरथ नृप खोल खजाने मंगल द्रव्य भरैया
लाल न्योछावर वसन लुटावै भूषण वसन जड़ैया
चलो री सखी देख आये प्यारे रघुरईया
४) घर घर बंदरवार पताका वरन न जाये निकैया
पुर नर नारी मगन होए गावत बाजत आनंद बजैया
चलो री सखी देख आये प्यारे रघुरईया
सर्वे भवन्तु सुखिन:सर्वे सन्तु निरामया,सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मां कश्चिद दु:खभाग भवेत्| विद्या का अन्तिम लक्ष्य चरित्र निर्माण होना चाहिए | "श्री महात्मा गाँधी जी"